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आधुनिक क्रिकेट में विराट कोहली एक ऐसा नाम है जो सिर्फ भारत में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सम्मान और प्रशंसा के साथ लिया जाता है। किंग कोहली, चेज मास्टर, रन मशीन – विराट के लिए कई उपनाम हैं लेकिन सब एक ही बात कहते हैं कि वे अपनी पीढ़ी के महानतम बल्लेबाजों में से एक हैं।
विराट कोहली का जीवन प्रेरणा, जुनून और कड़ी मेहनत की कहानी है। एक साधारण दिल्ली के लड़के से लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तान बनने तक का सफर आसान नहीं था। 2008 में अंडर-19 विश्व कप जीतने से लेकर भारत को टेस्ट क्रिकेट में नंबर वन बनाने तक, हर चरण में विराट ने अपनी प्रतिभा और समर्पण से सबको चौंका दिया।
विराट सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं हैं। वे एक फिटनेस आइकन हैं, एक युवा प्रेरणा हैं और भारतीय क्रिकेट में नए मानक स्थापित करने वाले खिलाड़ी हैं। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी, बेहतरीन फील्डिंग और मैदान पर जुनून देखने लायक है।
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| पूरा नाम | विराट कोहली (Virat Kohli) |
| उपनाम | किंग कोहली, चेज मास्टर, रन मशीन |
| जन्म तिथि | 5 नवंबर 1988 |
| जन्म स्थान | दिल्ली, भारत |
| उम्र | 37 वर्ष (दिसंबर 2025 तक) |
| ऊंचाई | 5 फीट 9 इंच (175 सेमी) |
| वजन | लगभग 70 किलोग्राम |
| बल्लेबाजी शैली | दाएं हाथ के बल्लेबाज |
| गेंदबाजी शैली | दाएं हाथ के मीडियम पेस |
| पिता का नाम | प्रेम कोहली (दिवंगत) |
| माता का नाम | सरोज कोहली |
| भाई-बहन | विकास (भाई), भावना (बहन) |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पत्नी का नाम | अनुष्का शर्मा (बॉलीवुड अभिनेत्री) |
| संतान | वामिका कोहली (बेटी), अकाय कोहली (बेटा) |
| धर्म | हिंदू धर्म |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| पेशा | भारतीय क्रिकेटर |
| भूमिका | बल्लेबाज (टॉप ऑर्डर) |
| जर्सी नंबर | 18 |
| अंतरराष्ट्रीय डेब्यू | वनडे – 18 अगस्त 2008, टेस्ट – 20 जून 2011 |
| आईपीएल टीम | रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) |
| आईपीएल कप्तान | 2013 से 2021 (RCB) |
| भारतीय टीम कप्तान | टेस्ट (2014-2022), वनडे/टी20 (2017-2022) |
| प्रमुख पुरस्कार | पद्म श्री (2017), अर्जुन अवार्ड (2013), राजीव गांधी खेल रत्न (2018) |
| विशेष उपलब्धि | 80+ अंतरराष्ट्रीय शतक, तीनों फॉर्मेट में 8000+ रन |
| निवास स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |

विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में एक मध्यमवर्गीय पंजाबी परिवार में हुआ था। उनके पिता प्रेम कोहली एक क्रिमिनल लॉयर थे और माता सरोज कोहली एक गृहिणी हैं। विराट के एक बड़े भाई विकास और एक बड़ी बहन भावना हैं।
विराट का बचपन दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में बीता। बचपन से ही विराट को क्रिकेट का शौक था। वे गली में अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलते रहते थे। उनके पिता ने उनकी इस रुचि को पहचाना और उन्हें प्रोफेशनल क्रिकेट ट्रेनिंग दिलाने का फैसला किया।
जब विराट 9 साल के थे तब उनके पिता ने उन्हें वेस्ट दिल्ली क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिलाया। यहां उन्हें राज कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग मिली। विराट रोज सुबह 5 बजे उठते थे और अकादमी जाने के लिए तीन घंटे का सफर तय करते थे। यह अनुशासन और मेहनत बाद में उनकी सफलता का आधार बनी।

विराट के जीवन का सबसे कठिन पल दिसंबर 2006 में आया जब उनके पिता का अचानक निधन हो गया। उस समय विराट दिल्ली के लिए रणजी ट्रॉफी मैच खेल रहे थे। रात को पिता की तबीयत बिगड़ी और उनका निधन हो गया।
अगले दिन विराट के पास दो विकल्प थे – या तो मैच छोड़ दें या फिर खेलते रहें। विराट ने अपनी माँ से बात की और फैसला किया कि वे खेलते रहेंगे क्योंकि यही उनके पिता चाहते थे। विराट ने उस दिन 90 रन बनाए और दिल्ली को मैच बचाने में मदद की।
यह घटना विराट की मानसिक मजबूती को दर्शाती है। पिता के निधन के बाद परिवार पर आर्थिक संकट भी आया लेकिन विराट ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी माँ से वादा किया कि वे क्रिकेट खेलते रहेंगे और एक दिन भारत के लिए खेलेंगे।
विराट ने दिल्ली के लिए अंडर-15 और अंडर-17 स्तर पर खेलना शुरू किया। 2006 में उन्हें दिल्ली की रणजी टीम में जगह मिली। उस समय विराट सिर्फ 18 साल के थे। रणजी ट्रॉफी में विराट ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा।
2007-08 सीजन में विराट ने रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने कई मैचों में अर्धशतक और शतक बनाए। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली और आत्मविश्वास सभी को प्रभावित कर रहे थे।
घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन की वजह से विराट को भारत की अंडर-19 टीम में चुना गया। यहीं से विराट के अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत हुई।

2008 में मलेशिया में आयोजित अंडर-19 विश्व कप विराट के करियर का टर्निंग पॉइंट था। विराट को भारतीय अंडर-19 टीम का कप्तान बनाया गया। उस समय विराट 19 साल के थे और उनकी टीम में रविंद्र जडेजा, रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी थे।
विराट की कप्तानी में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। वे हर मैच जीतते हुए फाइनल में पहुंचे। फाइनल में भारत का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से था। विराट ने कप्तान के रूप में टीम को बखूबी संभाला और भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 12 रन से हराकर अंडर-19 विश्व कप जीत लिया।
इस टूर्नामेंट में विराट ने 235 रन बनाए। हालांकि यह ज्यादा नहीं था लेकिन कप्तान के रूप में उनका नेतृत्व शानदार था। इस जीत के बाद विराट की पहचान पूरे देश में बन गई। जल्द ही उन्हें सीनियर टीम में बुलावा आ गया।

18 अगस्त 2008 को विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ धमतुर में अपना वनडे डेब्यू किया। पहले मैच में विराट सिर्फ 12 रन बनाकर आउट हो गए। शुरुआती कुछ मैचों में विराट का प्रदर्शन औसत रहा और उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
लेकिन विराट ने हार नहीं मानी। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में वापसी की और जोरदार प्रदर्शन किया। 2010 में उन्हें फिर से भारतीय टीम में मौका मिला। इस बार विराट ने अपना मौका नहीं गंवाया। उन्होंने लगातार रन बनाए और टीम में अपनी जगह पक्की कर ली।
20 जून 2011 को विराट ने वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्स्टन में अपना टेस्ट डेब्यू किया। पहले ही टेस्ट मैच में विराट ने 4 रन बनाए। टेस्ट क्रिकेट में शुरुआत अच्छी नहीं रही लेकिन धीरे-धीरे विराट ने टेस्ट क्रिकेट में भी अपना लोहा मनवाया।

24 दिसंबर 2009 को विराट ने श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता में अपना पहला वनडे शतक बनाया। उन्होंने 107 रन बनाए और भारत को जीत दिलाई। यह पारी विराट के करियर की शुरुआत थी।
इसके बाद विराट ने एशिया कप, चैंपियंस ट्रॉफी और द्विपक्षीय सीरीज में लगातार रन बनाए। उनकी बल्लेबाजी में आक्रामकता और परिपक्वता दोनों दिखाई देने लगी। चेज करते समय विराट का प्रदर्शन बेहद शानदार था। उन्हें चेज मास्टर कहा जाने लगा।
2012 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विराट ने अपना पहला टेस्ट शतक बनाया। एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट ने 116 रन बनाए। यह शतक बहुत खास था क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक बनाना बेहद कठिन होता है।
2014 विराट कोहली के करियर का सबसे शानदार साल था। इस साल विराट ने चार देशों में टेस्ट दौरे पर कुल 1000 से ज्यादा रन बनाए। उन्होंने न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका में शतक बनाए।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विराट ने 692 रन बनाए जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा ऑस्ट्रेलिया में एक सीरीज में सबसे ज्यादा रन थे। उन्होंने एडिलेड में 115, मेलबर्न में 169 और सिडनी में 147 रन बनाए। यह प्रदर्शन देखकर सभी समझ गए कि विराट भारतीय क्रिकेट का भविष्य हैं।
इसी साल दिसंबर में महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया और विराट कोहली को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया। 22 दिसंबर 2014 को विराट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में कप्तान के रूप में अपना पहला टेस्ट मैच खेला।

विराट कोहली भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बने। उनकी कप्तानी में भारत ने विदेशों में कई सीरीज जीतीं जो पहले बहुत मुश्किल था। विराट की आक्रामक कप्तानी शैली ने भारतीय टीम को एक नई पहचान दी।
2017 में विराट को सीमित ओवरों की टीम का भी कप्तान बनाया गया। अब वे तीनों फॉर्मेट में भारत के कप्तान थे। विराट की कप्तानी में भारतीय टीम ने फिटनेस पर बहुत जोर दिया। टीम का फील्डिंग स्तर विश्व स्तरीय हो गया। इस दौरान युवराज सिंह जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने भी टीम को अपना योगदान दिया।
विराट की कप्तानी में भारत 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीती। यह एक ऐतिहासिक जीत थी। इसके अलावा इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका में भी भारत ने सीरीज जीतीं।
विराट की कप्तानी में भारत टेस्ट क्रिकेट में नंबर वन टीम बना और कई सालों तक उस पोजीशन पर रहा। विराट ने कप्तान के रूप में 68 टेस्ट मैच खेले जिसमें 40 जीत और 17 हार रही। यह भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे अच्छा रिकॉर्ड है।

विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट में फिटनेस का मानक बदल दिया। 2012 के आसपास विराट को अहसास हुआ कि उन्हें अपनी फिटनेस पर काम करना होगा। उस समय तक उनका वजन बढ़ गया था और वे जल्दी थक जाते थे।
विराट ने अपनी पूरी जीवनशैली बदल दी। उन्होंने जंक फूड खाना बंद कर दिया। सुबह 6 बजे उठना शुरू किया। रोज जिम जाने लगे। उन्होंने अपनी डाइट को पूरी तरह से कंट्रोल में लिया। वे शाकाहारी बन गए और प्रोटीन रिच डाइट लेने लगे।
इस बदलाव का असर उनके प्रदर्शन पर दिखा। विराट की बल्लेबाजी और भी बेहतर हो गई। उनकी फील्डिंग विश्व स्तरीय हो गई। वे तेज दौड़ सकते थे और लंबे समय तक मैदान पर टिके रह सकते थे।
विराट की फिटनेस देखकर पूरी टीम प्रेरित हुई। उन्होंने टीम में भी फिटनेस कल्चर लाया। आज भारतीय टीम की फील्डिंग विश्व की सबसे अच्छी फील्डिंग टीमों में गिनी जाती है। विराट आज भारत के युवाओं के लिए फिटनेस आइकन हैं।

विराट कोहली की प्रेम कहानी भी बेहद दिलचस्प है। विराट और बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा की मुलाकात 2013 में एक शैंपू के विज्ञापन की शूटिंग के दौरान हुई। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हुई और फिर प्यार हो गया।
2014 में विराट और अनुष्का की रिलेशनशिप सार्वजनिक हुई। दोनों को अक्सर साथ देखा जाता था। मीडिया में उनकी चर्चा होती रहती थी। कई बार जब विराट का प्रदर्शन खराब होता था तो अनुष्का को ट्रोल किया जाता था। लेकिन विराट हमेशा अनुष्का का साथ देते रहे।
11 दिसंबर 2017 को विराट और अनुष्का ने इटली के टस्कनी में एक प्राइवेट समारोह में शादी कर ली। यह शादी बहुत खूबसूरत और सादगी भरी थी। शादी के बाद दोनों ने मुंबई में एक रिसेप्शन रखा जिसमें क्रिकेट जगत और बॉलीवुड की कई हस्तियां शामिल हुईं।
11 जनवरी 2021 को विराट और अनुष्का की बेटी वामिका का जन्म हुआ। 15 फरवरी 2024 को उनके बेटे अकाय का जन्म हुआ। विराट एक प्यारे पिता हैं और अपने बच्चों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं।
विराट कोहली 2008 से रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए खेल रहे हैं। 2013 में उन्हें RCB का कप्तान बनाया गया। हालांकि RCB को आईपीएल खिताब नहीं मिला लेकिन विराट ने कई यादगार पारियां खेलीं।
2016 का आईपीएल सीजन विराट के करियर का सबसे शानदार सीजन था। इस सीजन में विराट ने 16 मैचों में 973 रन बनाए जो आईपीएल इतिहास में किसी भी खिलाड़ी द्वारा एक सीजन में सबसे ज्यादा रन हैं। उन्होंने चार शतक बनाए जो भी एक रिकॉर्ड है।
विराट ने हर मैच में शानदार बल्लेबाजी की। गुजरात लायंस के खिलाफ उन्होंने 109 रन, किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 113 रन, राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के खिलाफ 108 रन और मुंबई इंडियंस के खिलाफ 82 गेंदों पर 108 रन बनाए। उन्हें इस सीजन का ऑरेंज कैप और मैन ऑफ द टूर्नामेंट दिया गया।
विराट कोहली को चेज मास्टर कहा जाता है क्योंकि लक्ष्य का पीछा करते समय उनका प्रदर्शन अविश्वसनीय होता है। वनडे क्रिकेट में चेज करते समय विराट की औसत 68 के आसपास है जो किसी भी बल्लेबाज से बहुत ज्यादा है।
विराट ने ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ कई मैच अकेले दम पर जिताए हैं। 2013 में जयपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 360 रन के पीछा करते हुए विराट ने 86 गेंदों पर 100 रन बनाए और मैच जिता दिया।
2016 में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 मैच में 161 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए विराट ने नॉट आउट 82 रन बनाए और भारत को जीत दिलाई। यह पारी आज भी टी20 क्रिकेट की सबसे बेहतरीन पारियों में गिनी जाती है।
सितंबर 2021 में विराट कोहली ने टी20 कप्तानी से इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वे बल्लेबाज के रूप में अपना योगदान देना जारी रखेंगे। 2021 टी20 विश्व कप के बाद रोहित शर्मा को टी20 टीम का कप्तान बनाया गया।
दिसंबर 2021 में विराट ने वनडे कप्तानी भी छोड़ दी। जनवरी 2022 में विराट को टेस्ट कप्तानी से भी हटा दिया गया और रोहित शर्मा को सभी फॉर्मेट का कप्तान बना दिया गया। यह विराट के करियर का एक कठिन दौर था।
कप्तानी छोड़ने के बाद विराट ने कहा कि अब वे बल्लेबाज के रूप में टीम की सेवा करेंगे। हालांकि 2022-23 का समय विराट के लिए थोड़ा मुश्किल रहा। उनके शतक नहीं आ रहे थे और फॉर्म की कमी दिख रही थी। लेकिन विराट ने धैर्य रखा और मेहनत करते रहे।
सितंबर 2022 में एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ विराट ने अपना 71वां अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया। यह उनका 1020 दिनों बाद पहला शतक था। इस पारी में विराट ने 61 गेंदों पर 122 नॉट आउट रन बनाए। स्टेडियम में खड़े होकर विराट ने आसमान की ओर देखा और भावुक हो गए। यह उनकी वापसी का संकेत था।
इसके बाद विराट ने लगातार रन बनाना शुरू कर दिया। 2022 टी20 विश्व कप में विराट ने शानदार प्रदर्शन किया। पाकिस्तान के खिलाफ मेलबर्न में उन्होंने 82 नॉट आउट रन बनाए और भारत को लगभग असंभव जीत दिलाई। यह पारी टी20 इतिहास की सबसे महान पारियों में से एक मानी जाती है।
2023 में विराट ने अपना फॉर्म पूरी तरह से वापस पा लिया। उन्होंने वनडे, टेस्ट और टी20 तीनों फॉर्मेट में शतक बनाए। विराट ने साबित कर दिया कि वे अभी भी विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं।
2023 का वनडे विश्व कप विराट कोहली के करियर का एक और शानदार अध्याय था। इस विश्व कप में विराट ने 765 रन बनाए और तीन शतक जड़े। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 101, न्यूजीलैंड के खिलाफ 95 और श्रीलंका के खिलाफ 88 रन बनाए।
लेकिन सबसे खास पल 15 नवंबर को कोलकाता में आया। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में विराट ने अपना 50वां वनडे शतक बनाया और सचिन तेंदुलकर के 49 वनडे शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। यह उनके करियर का सबसे भावुक पल था। पूरा स्टेडियम खड़ा होकर तालियां बजा रहा था और सचिन भी स्टैंड में खड़े होकर उन्हें बधाई दे रहे थे।
हालांकि भारत फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गया लेकिन विराट को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब मिला। इस विश्व कप में विराट ने अपनी क्लास और consistency दिखाई।
विराट कोहली की बल्लेबाजी तकनीक विश्व स्तरीय है। उनकी कवर ड्राइव क्रिकेट का सबसे खूबसूरत शॉट माना जाता है। उनका स्ट्रेट ड्राइव, ऑन ड्राइव और फ्लिक शॉट बेहद प्रभावी हैं।
विराट की सबसे बड़ी खासियत उनकी consistency है। वे किसी भी परिस्थिति में रन बना सकते हैं। चाहे विकेट तेज हो या स्पिन करती हो, विराट हर कंडीशन में खुद को ढाल लेते हैं। उनका फुटवर्क शानदार है और बॉल को टाइम करने की उनकी क्षमता बेजोड़ है।
विराट की फील्डिंग भी विश्व स्तरीय है। वे तेज दौड़ते हैं और शानदार कैच लेते हैं। कवर पर उनकी फील्डिंग देखने लायक होती है। वे सटीक थ्रो मारते हैं और कई रन आउट करते हैं।
विराट की मानसिक मजबूती उनकी सबसे बड़ी ताकत है। वे दबाव में बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं। मुश्किल परिस्थितियों में जब टीम को उनकी जरूरत होती है, विराट अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं। उनकी आक्रामकता और passion मैदान पर साफ दिखाई देती है।
विराट कोहली क्रिकेट के बाहर भी बहुत सफल हैं। उन्होंने कई व्यवसायों में निवेश किया है। उनके पास अपना फिटनेस ब्रांड Chisel है। उनका फैशन ब्रांड Wrogn भी बहुत लोकप्रिय है। उन्होंने रेस्टोरेंट बिजनेस में भी निवेश किया है।
विराट कई बड़े ब्रांड्स के ब्रांड एंबेसडर हैं। Puma, Audi, MRF, Boost जैसे ब्रांड्स के साथ उनके करोड़ों रुपये के सौदे हैं। Forbes की लिस्ट में विराट दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले एथलीट्स में शामिल हैं।
सोशल मीडिया पर विराट की बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है। Instagram पर उनके 27 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। वे सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और अपनी पर्सनल लाइफ के glimpses शेयर करते रहते हैं।
विराट कोहली ने 2013 में Virat Kohli Foundation की स्थापना की। यह फाउंडेशन गरीब बच्चों की शिक्षा और खेल के क्षेत्र में काम करता है। फाउंडेशन ने कई बच्चों को scholarship दी है और उनके सपनों को पूरा करने में मदद की है।
COVID-19 महामारी के दौरान विराट और अनुष्का ने कई करोड़ रुपये दान किए। उन्होंने डॉक्टरों, नर्सों और जरूरतमंद लोगों की मदद की। उन्होंने अपने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके लोगों को जागरूक किया।
विराट एनिमल राइट्स के भी बड़े समर्थक हैं। वे शाकाहारी हैं और जानवरों के अधिकारों के लिए आवाज उठाते रहते हैं। उन्होंने कई बार फर और लेदर के इस्तेमाल के खिलाफ बात की है।
विराट कोहली के नाम क्रिकेट के कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड हैं:
| रिकॉर्ड का विवरण | आंकड़े / उपलब्धि |
|---|---|
| कुल अंतरराष्ट्रीय रन | 28,000+ रन (सभी फॉर्मेट – दिसंबर 2025 तक) |
| कुल अंतरराष्ट्रीय शतक | 82+ शतक (29 टेस्ट + 52 वनडे + 1 टी20) |
| वनडे शतक | 52 शतक (सबसे ज्यादा) |
| वनडे रन | 14,200+ रन |
| वनडे में औसत | 58+ (50+ शतक वाले खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा) |
| चेज करते समय औसत | 68+ (वनडे में) |
| टेस्ट रन | 9,200+ रन |
| टेस्ट शतक | 30 शतक |
| टेस्ट कप्तान के रूप में जीत | 40 जीत (68 मैचों में) |
| टी20 इंटरनेशनल रन | 4,000+ रन |
| एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा रन | 2,818 रन (2017 में – सभी फॉर्मेट) |
| आईपीएल रन | 8,000+ रन |
| आईपीएल में सबसे ज्यादा रन (एक सीजन) | 973 रन (2016) |
| लगातार वनडे शतक | 4 शतक (2017 में) |
| सबसे तेज 8000, 9000, 10000, 11000, 12000, 13000 वनडे रन | सभी रिकॉर्ड विराट के नाम |
| डबल सेंचुरी | टेस्ट में 7 दोहरे शतक |
| ICC ODI Player of the Year | 3 बार (2012, 2017, 2018) |
| Sir Garfield Sobers Trophy | ICC Cricketer of the Year (2017, 2018) |
विराट कोहली को उनके असाधारण योगदान के लिए कई सम्मानों से नवाजा गया:
| सम्मान / पुरस्कार | वर्ष / विवरण |
|---|---|
| अर्जुन अवार्ड | 2013 |
| पद्म श्री | 2017 |
| राजीव गांधी खेल रत्न (अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न) |
2018 |
| ICC ODI Player of the Year | 2012, 2017, 2018 |
| ICC Cricketer of the Year | 2017, 2018 |
| Wisden Leading Cricketer in the World | 2016, 2017, 2018 |
| BCCI International Cricketer of the Year | कई बार |
इसके अलावा विराट को कई बिजनेस और फिटनेस अवार्ड भी मिले हैं। Time Magazine ने उन्हें दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल किया है।
विराट कोहली का प्रभाव क्रिकेट की दुनिया में बहुत गहरा है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट में फिटनेस का कल्चर लाया। उनसे पहले भारतीय क्रिकेटर फिटनेस पर इतना ध्यान नहीं देते थे। विराट ने यह साबित किया कि फिट रहना कितना जरूरी है।
विराट ने युवाओं को यह संदेश दिया कि आक्रामक होना और अपने लक्ष्य के प्रति passionate होना जरूरी है। उनकी work ethic, dedication और discipline हर किसी के लिए प्रेरणा है।
विराट ने चेज करने की कला को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनके बाद हर युवा बल्लेबाज चेज में बेहतर होना चाहता है। उन्होंने यह दिखाया कि दबाव में कैसे खेला जाता है।
कप्तान के रूप में विराट ने भारतीय टीम को विदेशों में जीतना सिखाया। उनकी कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका जैसे देशों में सीरीज जीतीं। यह उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
2024 में विराट ने अपना शानदार फॉर्म जारी रखा। टी20 विश्व कप 2024 में भारत ने खिताब जीता और विराट इस जीत का अहम हिस्सा रहे। फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विराट ने 76 रन बनाए और भारत को विश्व कप जिताने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस जीत के बाद विराट ने टी20 इंटरनेशनल से संन्यास की घोषणा कर दी।
टेस्ट और वनडे क्रिकेट में विराट आज भी भारतीय टीम के सबसे अनुभवी और महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। 2024-25 सीजन में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विराट ने अच्छा प्रदर्शन किया। पर्थ टेस्ट में उन्होंने शतक बनाया और भारत को जीत दिलाई। इस टीम में अभिषेक शर्मा जैसे युवा खिलाड़ी भी अपनी जगह बना रहे हैं।
दिसंबर 2025 तक विराट ने 120 से ज्यादा टेस्ट मैच, 295 से ज्यादा वनडे मैच खेले हैं। उनके पास अब 82+ अंतरराष्ट्रीय शतक हैं। वे अभी भी तीनों फॉर्मेट में 8000+ रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
आईपीएल 2025 में भी विराट रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेल रहे हैं। हालांकि अभी तक RCB को खिताब नहीं मिला है लेकिन विराट की popularity और performance अभी भी उसी स्तर पर है।
37 साल की उम्र में भी विराट की फिटनेस कमाल की है। वे अभी भी सबसे तेज दौड़ते हैं, शानदार कैच लेते हैं और लंबी पारियां खेलते हैं। उनका dedication और passion पहले जैसा ही है।
विराट कोहली की जीवनी एक साधारण दिल्ली के लड़के से आधुनिक क्रिकेट के महानायक बनने की प्रेरणादायक कहानी है। पिता के निधन के बाद के संघर्ष से लेकर अंडर-19 विश्व कप जीतने तक, भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान बनने से लेकर 80 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने तक – विराट की यात्रा रोमांच, समर्पण और सफलता से भरी है।
विराट ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे। फॉर्म की कमी आई, कप्तानी छूटी, आलोचना भी हुई लेकिन विराट ने कभी हार नहीं मानी। हर बार वे वापस आए और अपने प्रदर्शन से सबका मुंह बंद किया।
आज विराट कोहली सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं हैं। वे एक ब्रांड हैं, एक प्रेरणा हैं, एक फिटनेस आइकन हैं। करोड़ों युवा उन्हें अपना आइडल मानते हैं। उनकी मेहनत, अनुशासन और passion हर किसी के लिए सीख है।
विराट अभी भी खेल रहे हैं और कई रिकॉर्ड बनाने बाकी हैं। उनका सफर अभी खत्म नहीं हुआ है। किंग कोहली अभी भी भारतीय क्रिकेट का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और आने वाले सालों में भी वे कई यादगार पल देंगे।
विराट कोहली को भारतीय क्रिकेट का शत-शत नमन। उन्होंने क्रिकेट को एक नई ऊंचाई दी है। वे हमेशा के लिए आधुनिक क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में से एक रहेंगे। किंग कोहली – एक नाम, एक किंवदंती!
विराट कोहली का पूरा नाम विराट कोहली है। उनका जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली, भारत में हुआ था। उनके पिता प्रेम कोहली एक क्रिमिनल लॉयर थे।
विराट ने 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ वनडे डेब्यू किया। 20 जून 2011 को उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया।
विराट कोहली ने दिसंबर 2025 तक 82 से अधिक अंतरराष्ट्रीय शतक बनाए हैं – 52 वनडे शतक, 30 टेस्ट शतक और 1 टी20 शतक। वे वनडे में सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
विराट की पत्नी अनुष्का शर्मा हैं जो एक बॉलीवुड अभिनेत्री हैं। दोनों ने 11 दिसंबर 2017 को इटली में शादी की। उनके दो बच्चे हैं – बेटी वामिका और बेटा अकाय।
विराट ने 2014 से 2022 तक भारतीय टीम की कप्तानी की। वे टेस्ट में सबसे सफल भारतीय कप्तान रहे। उनकी कप्तानी में भारत ने 68 टेस्ट में से 40 मैच जीते।
2016 आईपीएल में विराट ने 973 रन बनाए जो एक सीजन में किसी भी खिलाड़ी द्वारा सबसे ज्यादा रन हैं। उन्होंने 4 शतक बनाए और ऑरेंज कैप जीता।
विराट को चेज मास्टर इसलिए कहा जाता है क्योंकि लक्ष्य का पीछा करते समय उनका प्रदर्शन अविश्वसनीय होता है। वनडे में चेज करते समय उनकी औसत 68+ है।
विराट का 71वां अंतरराष्ट्रीय शतक सितंबर 2022 में एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ आया। यह 1020 दिनों बाद उनका पहला शतक था।
2023 विश्व कप में विराट ने 765 रन बनाए और 3 शतक लगाए। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना 50वां वनडे शतक बनाया और सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ा।
विराट को 2013 में अर्जुन अवार्ड, 2017 में पद्म श्री और 2018 में राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया। उन्हें तीन बार ICC ODI Player of the Year भी चुना गया।
विराट शाकाहारी हैं और बहुत strict diet follow करते हैं। वे रोज जिम जाते हैं, yoga करते हैं और जंक फूड से दूर रहते हैं। फिटनेस उनकी लाइफस्टाइल का अहम हिस्सा है।
विराट 2008 से रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए खेल रहे हैं। 2013 से 2021 तक वे RCB के कप्तान भी रहे।
विराट के पिता प्रेम कोहली का निधन दिसंबर 2006 में हुआ जब विराट 18 साल के थे और रणजी ट्रॉफी मैच खेल रहे थे। अगले दिन विराट ने 90 रन बनाए।
2008 में विराट अंडर-19 टीम के कप्तान थे। उनकी कप्तानी में भारत ने मलेशिया में आयोजित विश्व कप जीता। यह विराट के करियर का टर्निंग पॉइंट था।
विराट एक आक्रामक दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। उनकी कवर ड्राइव बेहद खूबसूरत है। वे consistency के लिए जाने जाते हैं और किसी भी परिस्थिति में रन बना सकते हैं।
Virat Kohli Foundation 2013 में स्थापित किया गया था। यह फाउंडेशन गरीब बच्चों की शिक्षा और खेल के क्षेत्र में काम करता है।
Instagram पर विराट के 27 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। वे दुनिया के सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले क्रिकेटरों में से एक हैं।
विराट ने 2021 में टी20 और वनडे कप्तानी छोड़ी। 2022 में उन्होंने टेस्ट कप्तानी से भी हटने का फैसला किया।
विराट के पास फिटनेस ब्रांड Chisel, फैशन ब्रांड Wrogn है। उन्होंने रेस्टोरेंट बिजनेस में भी निवेश किया है।
विराट की सबसे बड़ी उपलब्धियां हैं – 50 वनडे शतक, टेस्ट कप्तान के रूप में 40 जीत और चेज मास्टर के रूप में पहचान।